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एक रूपया के कहानी

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चन्दन कुमार सिंह
चन्दन कुमार सिंह

रउवा शॉपपिंग काम्प्लेक्स भा मॉल मे जाते होखेब कुछ ना कुछ बाजार करे, कई बेर अइसन होला की खुचरा ना रहला पर आदमी एक रुपया छोड़ देला चाहे ना लेला, वोही एक रूपया के तनी कीमत देखी

मान ली की कौनो शॉपपिंग काम्प्लेक्स भा मॉल के कवओ एगो दोकान (जइसे बिगबाजार, शॉपर स्टाप, मक्डोनल्ड, केफसी इत्यादि) में एक दिन में 500 लोग जा रहल बा, आ उ 500 लोग एक एक छोड़ देता वापीस नइखे लेत
अब चली तानी हिसाब लगावल जाव

500×1= Rs.500. एक दिन में
अब साल में 365 गो दिन होला 500×365 =Rs 1,82,500

अब अगर उ दुकान के पूरे देस में 1500 शाखा (ब्रान्च) होखे

Rs.1,82,500×1500 =Rs.273,750,000

27 करोड़ प्रति वर्ष एगो दोकान हमनी के एक रूपया छोड़ देला से कमा रहल बा, मज़ा के बात बा की इ पइसा इनकम टैक्स के अंतर्गत ना आवेला काहे कि एकर बिल ना बनेला।

अब त रउवा समझ में आ गइल होखी कि कवनो समान के दाम 49/- 99/- 999/- काहे होला।

चन्दन कुमार सिंह

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