परनाम ! स्वागत बा राउर जोगीरा डॉट कॉम प, आयीं पढ़ल जाव प्रियंका त्रिवेदी जी के लिखल भोजपुरी गीत, रउवा सब से निहोरा बा कि पढ़ला के बाद आपन राय जरूर दीं, अगर रउवा प्रियंका त्रिवेदी जी के लिखल रचना अच्छा लागल त शेयर आ लाइक जरूर करी।
सुन ल बाबा हमार
दिलवा के बतिया,
का रहे कसूर हमार।
भईया के रखल बाबा
अपना भिरिया,
काहे हमरा के सौप देल
दूसरा के हाथ।
केकरा से कहीं बाबा,
दिलवा के बतिया।
केहू बूझे न दर्द हमार।
केहू ना समझे ऐहिजा
हमरा के आपन।
सब केहू बतावे
खलसा दोष हमार।
सुन ल बाबा हमार
दिलिया के बतिया।
का रहें कसूर हमार।
काहे तू झुकल बाबा
विधिना के आगे ।
हम तो रहनी बाबा
अंखियां के पुतलियां तुहार।।
काहे बाबा हमरा से
माई अचरवां छिनल।
केहू ना बुझे ऐहिजा
अंखियां ले दिलवा के हाल।।
प्रियंका त्रिवेदी, बक्सर -डुमरांव
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