पी राज सिंह जी के लिखल यात्रावृतान्त तिबत में सरजू
तिबत के पुरान धर्मग्रंथन में सरजू के उदगम मोर के चोंच से बतावल बा । नदियन के उदगम अवसान के विंदु , ओर छोर...
पी राज सिंह जी के लिखल यात्रावृतान्त नेपाल में सरजू
अवुसे त बचपने से हम सरजू के आपन गाँव से 7 की मी दूर सिसवन में , रिविलगंज / गोदना सेमरिया में , छपरा...
धनंजय तिवारी जी के लिखल हरियर चूड़ी
पूनम जईसे ही रसोइया घर से बाहर निकलली उनकर मोबाइल के घंटी बाज उठल। मोबाइल अन्दर कमरा में रहे। जाके देखली त रिंकी के...
भिखारी ठाकुर के नाटक के जीवित पात्र: रामचन्द्र बड़का
'विदेसिया' नाच में 'रंडी' की भूमिका निभानेवाले रामचंद्र मांझी ( रामचन्द्र बड़का ), ग्राम-तिजारपुर, जिला-छपरा अभी जिन्दा ही नहीं, जीवन्त भी हैं, वे अकेले...
जिनगी के हर कोना के उकेरत भोजपुरी कविता संग्रह जिनगी रोटी ना हऽ
आजु के जुग मे जहवाँ रिश्तन के जमीन खिसक रहल बा, अपनत्व के थाती बिला रहल बा, उहवें एकरा के जीयल, ऊहो जीवंतता के...
भोजपुरिया अभिवादन एवं आशिर्वाद के ढंग
जिला गोपालगंज और उसके आस-पास के क्षेत्रों और जिलों में जैसे सीवान, छपरा, मोतिहारी में भोजपुरिया अभिवादन एवं आशिर्वाद के तरीकों एवं अभिवादन और...
गोपालगंज जिला में संबंधी के लिए प्रयुक्त भोजपुरी संबोधन
गोपालगंज जिला और उसके आस-पास के जिलों में जैसे सीवान, छपरा, मोतिहारी में सगा-संबंधी या रिस्तेदार के लिए उपयोग किये जाने वाले भोजपुरी संबोधन...
भिखारी ठाकुर जी के सामाजिक चेतना के चरचा
अबहि नाम भईल बा थोरा, जब यह छुट जाई तन मोरा
तेकरा बाद पच्चीस बरिसा, तेकरा बाद बीस दस तीसा
तेकरा बाद नाम हो जइहन, पंडित-कवि-...
भोजपुरी का एक अनमोल हीरा : भिखारी ठाकुर
लोकनाट्य के प्रवर्तक व भोजपुरी के शेक्सपियर भिखारी ठाकुर ने अपनी नाट्य शैली से समाज की कुरीतियों पर कड़ा प्रहार किया। वहीं, लोगों को...
हँसि हँसि पनवा खियवले बेइमनवा
ओ ऽ ऽ ऽ ऽ
हँसि हँसि पनवा खियवले बेइमनवा
हँसि हँसि पनवा खियवले बेइमनवा
कि अपना बसे रे परदेस
कोरी रे चुनरिया में दगिया लगाइ गइले
मारी रे...
मातृभासा के कब्रगाह पर होई हिंदी के विकास ? : संतोष पटेल
हिंदी के साम्राज्यवादी नीति-
केंद्रीय हिंदी संस्थान, भारत सरकार द्वारा ओकर साइट पर हिंदी भाषा में लोक भाषा बाड़ी सन. ओहि में क्रम संख्या 22...
भोजपुरी भाषा के आदि कवि : कबीर
नवीन जागरण युग के अगुआ के रूप में हिंदी साहित्य में स्थापित “कबीर” आजू जनता के हृदय में व्यक्ति के रूप ना बलुक प्रतीक...
बहुमुखी प्रतिभा के धनी: एंथोनी दीपक
पर्वतराज हिमालय के गोद में बसी हुयी चंपारण की धरती सौन्दर्य वैभव से परिपूर्ण और स्वर्ग से भी सुन्दर कही गयी है। चंपारण की...
भोजपुरी लोक संस्कृति
भोजपुरी लोक संस्कृति का क्षेत्र विस्तृत है – बिहार में सारन (छपरा), सीवान, गोपालगंज , भोजपुर (आरा), रोहतास (सासाराम), पूर्वी चंपारण (मोतिहारी), पश्चिम चंपारण...
सरकार की अस्पष्ट भाषा नीति भारतीय भाषाओँ के विकास में बाधक
भारत में भूमंडलीकरण का प्रभाव जहाँ उद्योग, शिखा, कृषि के साथ साथ हमारी भारतीय भाषाओँ पर स्पष्ट दिखने लगा हैं। 1990 से भारत में...
पुरबी सम्राट महेन्दर मिसिर
पुरबी सम्राट महेन्दर मिसिर ( संक्षिप्त जानकारी )
जन्मतिथि - 16 मार्च 1886
पुण्यतिथि- 26 अक्टूबर 1946
पहलवानी कईला से कसल देहि, चमकत लिलार, देहि पे सिलिक...