भोजपुरी सिनेमा जो बदनाम है अश्लीलता के जिसको देखने वाले भी कम पढ़े लिखे और मजदूर किस्म के लोग ही बचे है, पढ़े लिखे और फॅमिली दर्शको ने भोजपुरी सिनेमा से दूरी बना रखी है ऐसे में भोजपुरी और हिंदी के प्रख्यात निर्देशक सनोज मिश्रा ने हिम्मत दिखाई है एक ऐसा सिनेमा बनाने की जिस विषय पर फ़िल्म बनाने की हिम्मत अभी बॉलीवुड में भी नही दिखाई है भोजपुरी में बिना डबल मीनिंग और अश्लीलता से दूर धार्मिक विषमता और धर्म परिवर्तन जैसे विषय पर फ़िल्म “धर्म के सौदागर” लेकर आ रहे है डायरेक्टर सनोज मिश्रा फ़िल्म में भारतीय संस्कृति को नष्ट करने के लिए विदेसी ताकतें किस तरह से लोगों को बहला फुसला कर मजबूर कर धर्म परिवर्तन करा रही है इसको बखूबी दिखाया गया है,ऐसे गंभीर विषय पर भोजपुरी भाषा में मनोरंजक फ़िल्म बनी है जो की भोजपुरी सिनेमा के गिरते अस्तर और आलोचकों के लिए करारा जवाब साबित होगी ,फ़िल्म में रवि किशन, राकेश मिश्रा, शुभी शर्मा, तनु श्री, के साथ संजू सोलंकी, योगेश त्रिपाठी, राहत शैख़ त्रिपाठी, नवीन शर्मा, अनुज मिश्रा, परी पाण्डेय, आदित्य रॉय, कैलाश चौधरी, सत्या शुक्ला, राजेन्द्र क़ेदर, टी एस परमार, डॉ ऋषि राज त्रिपाठी की प्रमुख भूमिका है।
फनमॉल प्रोडक्शन के बैनर तले बनी फ़िल्म के निर्माता एम आय सेठी और हिमांशु सेठी है, फ़िल्म के लेखक, अरविन्द तिवारी, संगीतकार मधुकर आनंद और कैमरामैन नीतू इक़बाल सिंह है फ़िल्म प्रदर्शन के लिए तैयार है।