परनाम ! स्वागत बा राउर जोगीरा डॉट कॉम प, आई पढ़ल जाव गणपति सिंह जी के लिखल भोजपुरी कविता नेता जी के नाम, रउवा सब से निहोरा बा कि पढ़ला के बाद आपन राय जरूर दीं, अगर रउवा गणपति सिंह जी के लिखल भोजपुरी कविता अच्छा लागल त शेयर आ लाइक जरूर करी।
आजाद हिन्द फौज के सर्बेसर्बा
रहस सुभाषचंद्र बोस।
एक हूँकार में हो भइया
भर दस सिपहियन में जोश।
देशभक्ति भरल रहे नस नस में
सनक सवार भइल उनका मन में।
आजादी दिलवाके रहेम हम
जबले खून रही हमरा तन में।
घूम घूम के देश बिदेश में,
क्रांति वीरन के जुटवलन
तू खून दs हम आजादी देम
सभे के ऊ समझवलन।
आपन आजादी के पावेला
अंग्रेजवन के भागावेला
आजाद हिन्द फौज के
मन से जुटलन बनावेला।
देश बिदेश से मिलल समर्थन
अंगरेजन होखे लागल तबाही।
जान के परवाह ना कइलक
इनकर कवनो एको सिपाही।
विधना बेधलक अइसन बीध
अधे में रह गइल सब अरमान।
लोग कहेला मिरतुक के कारण
क्रैश भइल आकाशे बिमान।
रोवत अंखिया सरधांजली दीहीं
देशवा खो देहलक नेता महान।
फूल चढ़ावस गणपति
सलामी देत नेता जी के नाम।
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