भोजपुरी के बढ़िया वीडियो देखे खातिर आ हमनी के चैनल सब्सक्राइब करे खातिर क्लिक करीं।
Home भोजपुरी साहित्य भोजपुरी कविता भोजपुरी कविता तलफत भुभुरी सोंच के : देवेन्द्र कुमार राय

भोजपुरी कविता तलफत भुभुरी सोंच के : देवेन्द्र कुमार राय

0
देवेन्द्र कुमार राय जी
देवेन्द्र कुमार राय जी

परनाम ! स्वागत बा राउर जोगीरा डॉट कॉम प, आयीं पढ़ल जाव देवेन्द्र कुमार राय जी के लिखल भोजपुरी बालगीत, रउवा सब से निहोरा बा कि पढ़ला के बाद आपन राय जरूर दीं, अगर रउवा देवेन्द्र कुमार राय जी के लिखल रचना अच्छा लागल त शेयर आ लाइक जरूर करी।

सोंचे में सकुचातानी
कहे में भीतरे डेराइला,
रोज अंजुरी में धुंध सहोरले
दिल के कठवत में नेहाइला।।

बेवहार के बागि नोचाता
फीकीर केहुके हइए नइखे,
जब कहीं करम के पटवन कर
हम केकरो ना सोहाइला।।

सभे बवण्डर बनिके चले
रेगिस्तानी राग अलापता,
कपट के करवन लोटकी से
सभके के नेहवाइला।।

कसमकस से कलपत काया
करीखा के बनल संघाती,
सोंच के तलफत भुभुरी में
डेगडेग नहाइला।।

जेने देखीं झूठ के ढेर
ना बाजे कवनो रणभेरी,
आंखि अछइत आन्हर भइनी
कुकुर जस चिचिआइला।।

कइसन दइब के ज्ञानी बस्तर
झूठ फरेब भइल बा सास्तर,
सांच के चोला चंचरी रोवे
हम सुखले रोज नहाइला।।

कतना ले सबद के साज सजाईं
केकरा ले आपन दरद बताईं,
अंखिया के फफकत फोरा के
राय कसहूं राज छिपाइला।

NO COMMENTS

आपन राय जरूर दींCancel reply

Exit mobile version