भोजपुरी कविता

भोजपुरी लेखक सभ के भेजल एक से एक भोजपुरी कविता के संग्रह कइल गइल बा। अगर रउवा येह पेज के पढ़ रहल बानी त रउवा सब से निहोरा बा की आपन रचना जोगीरा के जरूर भेजी, हमनी के बड़ी खुसी मिली राउर रचना अपना वेबसाइट प जोड़ के।

भोजपुरी साहित्य आ भासा के प्रसार खातिर।

ठेला खीचे बेटा हमार

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ठेला खीचे बेटा हमार करे नाही चोरीया महनत करे पुत मोरा जाई के शहरीया, नाही माँगे कोइ से कुछो मेहनत से कमाला तबहुओ लोग काहे फेरे ला...

कैसे भुले दिघवारा की बाते

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कैसे भुले दिघवारा की बाते जो मेरे दिल मे बसता था, मै कैसे भुल जाउ वो गिलयाँ जहा से मेरे घर का रास्ता था,, वो एैनुल हक दादा...

मोछि मुरेरत आँखि घुरेरत

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मोछि मुरेरत आँखि घुरेरत पापी के केहु निरेखत नाहीँ। ताकत बा हमहीँ के सबै, ओकरे ओरियाँ केहु देखत नाहीँ सासु जेठानी खङी देवरानी, दुसासन के केहु...

टूटत बा बिश्वास के धग्गा

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टूटत बा बिश्वास के धग्गा, बहुते जल्दी टूटत बा. गैर लोगवा आपन होता, आपन लोगवा छूटत बा. जरत बा रिश्ता के दिया अब मतलब का तेल...

ई धरती ह बिहार के

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अंग ,विदेहा , मगध ,वैशाली , जइसन रहे सम्राज जहा गुप्त काल सन ,मौर्या कल सन , भारत के स्वर्णिम काल जहा विक्रमशिला आ नालंदा जइसन, रहे अनुपम संस्थान...

हँसे दी होंठवा के

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हँसे दी होंठवा के..आखिर वोकर कौन कसूर बा.. काहे मुंह बना के जियत बानी. मावुर घुट-घुट पियत बानी.. मानत बानी की दुकान जिनगी के समस्या से भरपूर...

लमहर शहरिया के

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लमहर शहरिया के ऊँची अटारी जवना के ईटा ईटा बेमार बा झूठ के बेमारी से पथ्थल के माकन में धोखा के दोकान बेचवईया/ कठकरेज लूटे में ना तनिको परहेज एही में कहीं...

लागे ना निक तनको शहर में

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लागे ना निक तनको शहर में आके. हार गईनी मनवा के लाख समझा के. पर बही जाला अंखिया से लोरवा के धार. मन पड़े जब कबो गउवा...

रही रही के जिअरा में लागे ला

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रही रही के जिअरा में लागे ला ठेस जी. नौकरी के चक्कर में छुट गईल देश जी. बहरा में रहत बानी हम मन मार के. दर्शन दुर्लभ...

हमार भोजपुरी

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हमार भोजपुरी !! बड़का बाबा बडकी ईया (आजी ) छोटका बाबा छोटकी ईया (आजी) माई, बाबूजी, काका, चाचा -चाची, बडकी माई , बाबू , बबुआ, बचवा, बुचिया, दिदिया बहिनी,...

अधिकार खातिर लडे ला

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अधिकार खातिर लडे ला आत्मसम्मान त बा नू । आजु कुछ ना सही हथेली पर जान त बा नू ।। क ल तू अपमान जेतना भी...

कलम उगलत बा आग

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कलम उगलत बा आग, का लिखीँ? हमार देश के का बा हालात, क लिखीँ? सिसकत बा मानवता, कवनो कोना मेँ पड़ल। जकड़ले बा पईसा के मकड़जाल, का...

धरती के त नाप ही लेहम

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धरती के त नाप ही लेहम, गोड़ बढ़ावल बाकी बा। आपन वसुधा के आगे ई, दुनिया झुकावल बाकी बा। गर ना होखे विश्वास अगर त, सुन ल ए दुनिया...

सांस खातिर सरगम बेगाना भइल

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जगरनाथ(जगन्नाथ) जी के लिखल गज़ल जवन कि सन १९७७ में छपल रहे... सांस खातिर सरगम बेगाना भइल जिंदगी बस जिये के बहाना भइल गिर के उनका नज़र...

सखी रे बरसे सावन के बदरवा

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सखी रे बरसे सावन के बदरवा भिन्जे मोर अँचारवा ना ! मोर, पपिहरा के बोली,बदरा से बदरा करेला ठिठोली,कुन्हुके आमराई मे कोइलारावा भिन्जे मोरअँचारवा ना...

चलेला सब केहु कावर उठाई

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चलेला सब केहु कावर उठाई बेलवाँ पतईयाँ गंगा जलवा चढाई भोला हवे भोला उनकर अजबे बा खेला बडा निक लागेला भोला जी के ई खेला बोल बम के...

हियरा में उठत हिलोर

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हियरा में उठत हिलोर,पिया हो, अइसे जनि ताकऽ लहके अगिन पोरेपोर,पिया हो, अइसे जनि ताकऽ छुइ जाला देहिया,अङरि जाला मनवां छोट लागे घर,छोट लागे असमनवां! प्रनवा के देला झकझोर,पिया हो, अइसे...

दुखवा के बतिया लिखत बानी

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दुखवा के बतिया, लिखत बानी पतिया में, लोरवा गिरेला दिन रतिया सहेलिया. लगन देखि शादी भईल, पोथियो भी झूठ भईल, धूल में सोहाग मिल गईल रे सहेलिया. मईलअ...

सृष्टि में स्वर्ग जो अगर बाटे

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सृष्टि में स्वर्ग जो अगर बाटे देश भारत हमार घर बाटे छांह एकर बा हिमालय पर्वत बाड़ बाड़ब के त लहर बाटे। फूल फल पेड़...

छोडी के गईल पिया जहिया से

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छोडी के गईल पिया,जहिया से विदेशवा हो मनवा लागत नईखे, हरदम खोजेला तोहार साथ,मनवा लागत नईखे, चले जब सर सर बयरिया हो,लागे अईब पिया घरवा हो,मनवा लागत...