भोजपुरी के बढ़िया वीडियो देखे खातिर आ हमनी के चैनल सब्सक्राइब करे खातिर क्लिक करीं।
Home भोजपुरी साहित्य भोजपुरी कविता संजय कुमार ओझा जी के लिखल भोजपुरी कविता प्रीत के रीत

संजय कुमार ओझा जी के लिखल भोजपुरी कविता प्रीत के रीत

0
संजय कुमार ओझा जी
संजय कुमार ओझा जी

परनाम ! स्वागत बा राउर जोगीरा डॉट कॉम प, आयीं पढ़ल जाव संजय कुमार ओझा जी के लिखल भोजपुरी कविता प्रीत के रीत (Bhojpuri Kavita) , रउवा सब से निहोरा बा कि पढ़ला के बाद आपन राय जरूर दीं, अगर रउवा संजय कुमार ओझा जी के लिखल भोजपुरी कविता अच्छा लागल त शेयर आ लाइक जरूर करी।

अखियां में रखनी तोहे कजरा बनाई के,
माथे लग‌इनी, लोग से गजरा बताई के !
तुड़ी दिहलू भरम के धागा एक झटके में,
चीर दिहलू करेजा, तूं करेजा में जाई के !!

रतिया नींदो ना आवे, दिन के चैनो गईल,
अब तऽ काटल जिनिगियो ई दूभर भईल !
कबो देखनी सपनवा तोहके चंदा समझ,
खिलल ललको गुलाब अब उजर भईल !!

हम त पत्थर पर खींचनी लकीर प्रीत के,
तू तऽ बुझीयो ना प‌इलू प्रीत का रीत के !
हम तूड़ी दिहनी सब, आज बंधन आपन,
तूं तऽ बहरो ना अईलू चांदी का भीत के !!

तुहीं बताव विश्वास भला कोई क‌इसे करी,
अपना जान का आगे, जान क‌इसे धरी !
हम त लूटा दिहनी सब कुछ तोहरे नाम पर,
बूतल दियना अब ‘संजय’ भला क‌ईसे जरी !!

संजय कुमार ओझा
गांव + पोस्ट – धनगड़हां,
जिला – छपरा, बिहार

Watch old bhojpuri movie with jogira.com

रउवा खातिर:
भोजपुरी मुहावरा आउर कहाउत
देहाती गारी आ ओरहन
भोजपुरी शब्द के उल्टा अर्थ वाला शब्द
जानवर के नाम भोजपुरी में
भोजपुरी में चिरई चुरुंग के नाम

इहो पढ़ीं
भोजपुरी गीतों के प्रकार
भोजपुरी पर्यायवाची शब्द – भाग १
भोजपुरी पहेली | बुझउवल
भोजपुरी मुहावरा और अर्थ
अनेक शब्द खातिर एक शब्द : भाग १
लइकाई के खेल ओका – बोका
भोजपुरी व्याकरण : भाग १
सोहर

ध्यान दीं: भोजपुरी फिल्म न्यूज़ ( Bhojpuri Film News ), भोजपुरी कथा कहानी, कविता आ साहित्य पढ़े  जोगीरा के फेसबुक पेज के लाइक करीं।

NO COMMENTS

आपन राय जरूर दींCancel reply

Exit mobile version