नेपाल की राजधानी काठमांडू में आयोजित तीन दिवसीय (13-15 सितम्बर 2013) अंतर्राष्ट्रीय ब्लागर सम्मेलन में भोजपुरी के सुप्रसिद्ध साहित्यकार व लगभग एक दशक से इंटरनेट पर भोजपुरी की तमाम विधाओं में रचना करने वाले लोकप्रिय कवि, फिल्म समीक्षक व टीवी एंकर मनोज भावुक को “परिकल्पना लोक भूषण सम्मान” से विभूषित किया गया।
उन्हें सम्मान प्रदान किया नेपाल सरकार के पूर्व मंत्री तथा संविधान सभा के अध्यक्ष अर्जुन नरसिंह केसी ने।
मनोज को यह सम्मान भोजपुरी साहित्य में किये गए उनके बहुमूल्य व बहुआयामी योगदान के लिए दिया गया . पहली बार किसी भोजपुरी साहित्यकार को यह सम्मान दिया गया। इस बार आयोजित सम्मेलन में हिन्दी के साथ हीं साथ नेपाली, भोजपुरी, अवधी, छतीसगढ़ी, मैथिली आदि भाषाओं के रचनाकारों को भी परिकल्पना सम्मान से नवाजा गया।
इस अवसर पर हिंदी मासिक परिकल्पना समय के नेपाली हिंदी विशेषांक (सम्पादक रवींद्र प्रभात) धरती पकड़ निर्दलीय (उपन्यास) कथाकार रवींद्र प्रभात, साँसों की सरगम (हाइकू संग्रह) कवियत्री डॉ. रमा द्विवेदी, यात्रा क्रम (द्वितीय खंड) सम्पत देवी मुरारका तथा मनोज भावुक व सरोज सुमन के प्रथम भोजपुरी ग़ज़ल अलबम “तस्वीर जिन्दगी के” का लोकार्पण भी किया गया।
इस तृतीय अंतर्राष्ट्रीय ब्लागर सम्मेलन का सफल संचालन डॉ. राम बहादुर मिश्र ने किया। कार्यक्रम के सन्योजक रवींद्र प्रभात ने मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथियों, देश-विदेश से आये ब्लॉगरों तथा स्थानीय संयोजकों के प्रति आभार व्यक्त किया।
नेपाल में सम्मानित हुए कवि मनोज भावुक