भोजपुरी के बढ़िया वीडियो देखे खातिर आ हमनी के चैनल सब्सक्राइब करे खातिर क्लिक करीं।

माई के अंचरा मे

0
Dr. Rabi Chaurasiya
Dr. Rabi Chaurasiya

लुकाके देख अंचरामे, माई के बबुवाँ पजरामे।
मिलेला सकून केतना, माई के बोली डटलामे।।

माईके ममता का जानी, जे बोतलके दुध पियले बा।
बिना माईके छत्रछाँव मे, जे बचपन घुटघुट जियले बा।।

सायद ओकरो बाटे माई के ममताके बन्धु मलाल।।।
तबही त साँवनके रिमझिम मे सुखल बाटे गाल।।।।

अपने माहुर खाई माई, अमृत बरसावेली।
मिलेला हियाके ठण्डक, छतियाँ लगावेली।।

माईके परतर एह जगमे के कर पाई?।।।
माईके आगु सगरमाथा बौना पर जाई।।।।

माई त बस ममताके भण्डार लुटावल जानेली।
सन्तानके सुख शान्ति भगवानजीसे माङगेली।।

अपना खातिर कहवाँ कबहु कुछवो माङगेली।।।
सन्तान जब देवे दुःख दर्द, हँसीके सह जाली।

कभी कभार बनके लोरवाँ, आँखियाँसे बह जाली।।
सोचस ना कुभाला कबहु, जियाके टुक्रा खातिर।।।

अपने शूलिपर चढस निश दिन माई माकिर।।।।
माईके ममतापर नाही लागल आजुले दाग हो।

माईके कहवाँ कबहु जरा पवलस तपत आग हो।।
माईके ममता जेतने धधकत अगियाँमे परे।।।

सोना निहन ओतने मिन्टे मिन्टे निखरे।।।।
सोनवाँसे भैयां हो सुचमुझ कुण्दन बने।।।।।

डा. रबि भूषण प्रसाद चौरसिया

पिछला लेखनइहर छूटलऽ जात रे
अगिला लेखवाह! रे चिरईयाँ
टीम जोगीरा आपन भोजपुरी पाठक सब के ई वेबसाइट उपहार स्वरुप भेंट कर रहल बा। हमनी के इ कोशिश बा कि आपन पाठक सब के ढेर से ढेर भोजपुरी में सामग्री उपलब्ध करावल जाव। जोगीरा डॉट कॉम भोजपुरी के ऑनलाइन सबसे मजबूत टेहा में से एगो टेहा बा, एह पऽ भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के टटका ख़बर, भोजपुरी कथा कहानी, भोजपुरी किताब, भोजपुरी साहित्य आ भोजपुरी से जुड़ल समग्री उपलब्ध बा।

NO COMMENTS

आपन राय जरूर दींCancel reply

Exit mobile version