भोजपुरी फ़िल्म हंटरवाली का हंगामा अब मुंबई में दिल्ली-यूपी और बंगाल के सिनेमाघरों में सफलता के झंडे गाड़ने के बाद भोजपुरी फिल्म हंटरवाली का हंगामा अब मुंबई के थियेटरों मे मचा हुआ है। रीगल थियेटर्स के बैनर तले बनी निर्माता मुन्ना रिज़वी की इस स्त्री प्रधान फिल्म के निर्देशक कमर कुरैशी हैं। लेखक लाल जी यादव और संगीतकार श्याम देहाती। गीतकार श्याम देहाती एवं प्यारेलाल यादव। कोरियोग्राफर एंथोनी, आर्ट नीलाभ तिवारी,संकलन विभूति भूषण तथा कैमरामैन मनीष व्यास हैं।
फिल्म एक बदले की कहानी है। पाखी (पाखी हेगड़े) के पिता और उसकी बड़ी बहन को चौधरी (अवधेश मिश्रा) चुनाव में खड़े होने के प्रतिशोध मे मार देता है। छोटी पाखी बच तो जाती है, पर, मां (माया यादव) से बिछड़ जाती है। वह विलुप्त हो जाती है। लेकिन, बाप और बहन की हत्या का बदला उस पर सवार रहता है। जवान होकर वह गांव के पड़ोसी चाचा (बृजेश त्रिपाठी) के यहां छबीली बनकर आती है। चाचा अनाथ समझकर उसे रखते हैं। अचानक चैधरी के गुर्गों की
शामत आ जाती है क्योंकि अब आ गयी है एक “हंटरवाली”। अचानक चाचा को संदूक में एक मास्क मिलता है। वह तो “हंटरवाली” का मास्क है। तो क्या छबीली (पाखी हेगड़े) ही हंटरवाली है?। शेष आप थियेटर में देखें, आनन्द उठायें।
शीर्षक भूमिका में पाखी हेगड़े हैं। पंकज विष्णु उनके नायक हैं। मुख्य खलनायक अवधेश मिश्रा हैं। उनके दायें बायें सूर्या और मनोज टाईगर हैं। माया यादव, सुमन
झा, सिप्रा गांगुली, चंदन झा, डाक्टर वजाहत करीम, राकेश पुजारा, रोहित सिंह ‘मटरू’, के.के. गोस्वामी के साथ ‘गोरकी पतरकी रे…’ फेम उदय तिवारी भी एक संक्षिप्त (विशेष) भूमिका में हैं।