नालंदा जिला प्रशासन ने आज भोजपुरी सुपरस्टार रवि किशन के कबड्डी मैच को रद्द कर दिया। हालांकि पुलिस प्रशासन ने इसके लिए पहले अनुमति दे दी थी, मगर आज नालंदा डीएम ने आयोजन से महज कुछ समय पहले ही इस अनुमति को रद्द कर दिया। कबड्डी मैच श्रम कल्याण केंद्र मैदान, बिहारशरीफ में आयोजित था।
डीएम के आदेश के बाद आयोजकों और रवि किशन के फैंस में भारी नाराजगी देखने को मिली। वहीं, कार्यक्रम में शामिल होने बिहारशरीफ पहुंचे रवि किशन और उनकी फिल्म सनकी दरोगा कास्ट ने डीएम के इस फैसले पर नारजगी जताई। रवि किशन ने कहा कि डीएम के इस फैसले से मैं काफी आहत हूं। डीएम साहब ये आपने अच्छा नहीं किया।
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इसके बाद रवि किशन सीधे जिला मुख्यालय पहुंचे और डीएम से मुलाकात कर कार्यक्रम को रद्द करने की वजह पूछी। बाद में रवि किशन ने कहा कि नालंदा डीएम का रवैया सही नहीं है। मैं लाखों फैंस को एक माइक के जरिये हैंडल कर सकता हूं। सभी जगह हमारा यह कार्यक्रम शांतिपूर्वक आयोजित हो रहा है। अब मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, गोपालगंज में कार्यक्रम हैं। मुझे दुख है कि मैं बिहारशरीफ में अपने फैंस से नहीं मिल पाया।
हम बलात्कार मुक्त भारत अभियान के लिए एक फिल्म सनकी दरोगा लेकर आये है, जो महिलाओं के लिए है। इसी जागरूकता अभियान के तहत बिहारशरीफ में कबड्डी मैच का आयोजन किया गया था। मगर आयोजन से महज कुछ देर पहले कार्यक्रम रद्द कर दिया गया, जो सही नहीं। यह बिलकुल समझ से परे है।
रवि किशन के निजी प्रवक्ता रंजन सिन्हा ने बताया कि रवि किशन के बलात्कार मुक्त अभियान के तहत इस आयोजन को नालंदा पुलिस ने अनुमति दे दी थी। मगर कार्यक्रम से महज थोड़ी देर पहले जिला प्रशासन का यह फैसले समझ परे। आखिर क्या वजह है कि डीएम साहब ने इस अभियान को रोकने के लिए ऐसा फैसला दिया। यह सब के लिए शौकिंग है। आयोजकों के साथ – साथ रवि किशन के फैंस भी काफी नाराज हैं। बता दें कि रवि किशन आज होने वाले कबड्डी मैच के लिए फिल्म की कास्ट अंजना सिंह, मनोज टाइगर और पप्पू यादव के साथ बिहारशरीफ पहुंचे थे। मगर प्रशासन के रोक के बाद रवि किशन को डीएम से मिलने नालंदा जाना पड़ा।
उधर, जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय महासचिव सह प्रवक्ता प्रेमचंद सिंह ने भी नालंदा डीएम के इस कार्रवाई पर हैरानी जताई और कहा कि रवि किशन एक अच्छे मकसद को लेकर लोगों के बीच सार्थक मुहीम चला रहे हैं। मगर राज्य सरकार नहीं चाहती कि बिहार बलात्कार मुक्त हो। इसलिए ऐन वक्त पर उनके कार्यक्रम को स्थगित कर दिया। उन्होंने राज्य सरकार को महिला विरोधी बताते हुए कहा कि जब सरकार के नाक नीचे शेल्टर होम में 34 बेटियों की अस्मत लूटी जाती है और इसमें उनके अधिकारी और मंत्री की संलिप्तता रहती है। तभी तो वे रवि किशन के बलात्कार मुक्त भारत अभियान को रोकना चाहती है। यह निंदनीय है।