जिस तरह भोजपुरी के तीसरे दौर की शुरूआत में मनोज तिवारी स्टारर फिल्म ससुरा बड़ा पैसावाला से इंडस्ट्री में क्रांति आई थी, उसी तरह फिल्म संघर्ष ने भोजपुरी पर लगे अश्लीलता के दाग को धोकर एक नई क्रांति लाई है।
फिल्म संघर्ष ने अश्लीलता मुक्त भोजपुरी फिल्म का गहरा संदेश दिया है। यही वजह है कि फिल्म आज दूसरे सप्ताह में है और हम लोग अपने दर्शकों का शुक्रिया अदा करने आपके बीच आये हैं। ये बात आज अपनी फिल्म के प्रमोशन को मोतिहारी के पायल सिनेमा हॉल पहुंची खूबसूरत अदाकारा काजल राघवानी ने कही।
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उन्होंने इस ‘संघर्ष’ को भोजीवुड का ट्रेंड चेंजर बताया। बता दें कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ मुहीम पर आधारित फिल्म ‘संघर्ष’ में खेसारीलाल यादव के साथ काजल राघवानी, ऋतु सिंह और निझा झा नजर आ रही हैं।
वहीं, फिल्म के प्रमोशनल इवेंट में काजल के साथ – साथ फिल्म भोजपुरी के महानायक अवधेश मिश्रा, निर्देशक पराग पाटिल, निर्माता रत्नाकर कुमार और पीआरओ रंजन सिन्हा भी शामिल हुए। उन्हें देखने के लिए सिनेमाघर के बाहर दर्शकों का हुजूम उमड़ पड़ा।
सभी अपने चहेती अदाकारा काजल राघवानी और अभिनेता अवधेश मिश्रा की एक झलक पाने को बेताब थे। उनके उत्साह को देखकर काजल ने भी उन्हें निराश नहीं किया और उनके साथ हंसी – मजाक करती नजर आईं। साथ ही निर्माता रत्नाकार कुमार और निर्देशक पराग पाटिल ने सिनेमाघर में मौजूद सभी दर्शकों का आभार व्यक्त किया। काजल ने भी सबों को थैंक्स कहा।
अवधेश मिश्रा ने कहा कि इस फिल्म ने साफ – साफ संकेत दे दिया है कि दर्शकों के बीच वही फिल्में चलेंगी, जो बगैर अश्लीलता के बनी हो और उसका कंटेंट दमदार हो। अब वैसे ही कुछ भी बना देने से फिल्में नहीं चलेंगी। ‘संघर्ष’ ने बता दिया है कि भोजपुरी फिल्मों का लेवल कितना बढ़ गया है।
पराग पाटिल और रत्नाकार कुमार ने फिल्म निर्माण के क्षेत्र में एक लंबी लकीर खींच दी है। उन्होंने उन लोगों से खासकर फिल्म देखने की अपील की, जो भोजपुरी को अश्लील कह कर नाक सिकोड़ लेते हैं। उन्होंने कहा कि अब तो फिल्में मल्टीप्लेक्स में भी हैं, पहले देख लें, फिर बिना पूर्वाग्रह के प्रतिक्रिया जरूर दें।
पराग पाटिल और रत्नाकार कुमार ने कहा कि फिल्म संघर्ष को दर्शकों ने जिस तरह से सर आंखों पर बिठा लिया है, उसके बाद पूरी इंडस्ट्री को इस बात पर गौर करना होगा कि अच्छी कंटेंट वाली फिल्में ही चलेंगी। हमारे लिए भी चुनौतियां बढ़ने वाली है, क्योंकि हमें अपनी अगली फिल्म का स्तर इस फिल्म से भी आगे ले जाना होगा।
चाहे वो कंटेंट के स्तर पर हो या तकनीक के। बस हम आपसे यही उम्मीद करते हैं कि आप अपनी भाषा की अच्छी फिल्मों को जरूर सराहें। तभी निर्माता आपके लिए अच्छी फिल्मों का निर्माण करेंगे।