नइखे नईका बा बहुते पुरान
ई भोजपुरियन के सब इतिहास
इतिहास के सँउसे पृष्ठ पर
भरल बा ख्याति भोजपुरियन के
सिद्ध नाथ के वाणी में
भरल बा दर्शन सब
कबीर, रैदास, धरनी दास आउर दूलन दास
गुलाल साहेब आउर दरिया साहेब सब
दे गईल संदेश सब, दे गईले उपदेश सब
भरल बा ज्ञान सब ई भाषा में
जीवन के सब क्षेत्र समाईल बा ई भाषा में
राहुल, रघुबीर, धरीक्षण, मोती बी. ए.
भर गईले भोजपुरिया साहित्य सब
बटोहिया, मोती मुक्तक अउर वीर कुँअर सिंह
लिख गइले गाथा दे गईले महाकाव्य सब
सँउसे संस्था का स्वरूप लिए
पधरलन भोजपुरी शेक्सपीयर भिखारी ठाकुर
दलित शिकायत का नींव राख
अईलें प्रसिद्ध हीरा डोम
नईखे खाली कोनो-कोना
ई भोजपुरियन साहित्यकारन के
भर दिहले भण्डार गद्य साहित्य के
राय विवेकी, शुक्ल, रामदेव, तैयब आउर मस्ताना सब
कतना नाम गिनाई, का दी परिचय दास के
रमाशंकर नईखे मोहताज कउनो पहचान के
भरल रहे भण्डार
भरल जाता भण्डार
देश ले, विदेश ले
छा जईहे भोजपुरिया
एगो नईका इतिहास बन।
एगो नईका इतिहास बन।।
लेखक:
प्रो॰ शत्रुघ्न कुमार
संयोजक भोजपुरी पाठ्यक्रम
इग्नू, नई दिल्ली