परनाम ! स्वागत बा राउर जोगीरा डॉट कॉम प, आयीं पढ़ल जाव संजय कुमार ओझा जी के लिखल भोजपुरी कविता आज के राजनीति (Bhojpuri Kavita) , रउवा सब से निहोरा बा कि पढ़ला के बाद आपन राय जरूर दीं, अगर रउवा संजय कुमार ओझा जी के लिखल भोजपुरी कविता अच्छा लागल त शेयर आ लाइक जरूर करी।
पूरा परिवार समाजवादीन के,
खाड़ बा सगरो उम्मीदवारी में,
परिवारवाद वाला बहरी टिकट,
बांटऽत बाटे खूब लाचारी में!
जे लूटत आईल देश के अब ले,
खानदानी बिगहटिया बूझीके,
उहे चोर कहत घूमे ओकरा के,
जे लागल बा चउकीदारी में !
आपस में लड़त बा सब लोग,
राखी के जवने नेता के पक्ष,
नेतो जी भला कहां पिछुआस,
लोर गिरावत जइसे मगरमच्छ !
जनता के बनावस उ बुड़बक,
छल – प्रपंच में बारन उ दक्ष,
जात – पांत के गोटी फेंकऽस,
लागल बा बस कुरसी प लक्ष ।
कवने दल के हम कहीं निमन,
‘संजय’ कवन दल बाटे खराब,
सब बइठावत आपन गोटी,
लोक – प्रश्न के ना देत ज़बाब !