
देश विदेश से प्राप्त भोजपुरी साहित्य की १५१ पुस्तकें तथा १०१ पत्रिकाएं मै स्वयं अपने संग्रह से इस पुस्तकालय को समर्पित करूँगा ! इस पुस्तकालय को भोजपुरी अध्यन एवं शोध के एक वृहद केंद्र के तौर पर विकसित करने की योजना है !
आप सभी मित्र पधारकर हमारा उत्साहवर्धन करे।
–प्रो आर के दुबे – पूर्व अध्यक्छ, बिहार भोजपुरी अकादमी, बिहार।