भोजपुरी की नई सनसनी पायल पांडे का जलवा
छपरा, बिहार जैसे खांटी भोजपुरी क्षेत्र में जन्मी और पली-बढ़ी पायल पांडे ने भोजपुरी सिनेमा में अपनी पहली फिल्म “फूल और कांटे” से ही शानदार आगाज की है। पायल पांडे इस फिल्म में मुख्य भूमिका निभाने वाली वह अभिनेत्री हैं जो भोजपुरी इंडस्ट्री के दिग्गज निर्माता-निर्देशक के बीच चर्चा की विषय बनी हुई है। पहली फिल्म से ही अपने शुद्ध भोजपुरिया अभिनय क्षमता से लोहा मनवाने वाली पायल अपने वाले दिनों में कुछ बड़ी फिल्मों में दिखने वाली है। आज इंडस्ट्री में वही सुपर स्टार हिरो है जो भोजपुरी माटी में पले-बढ़े हैं, अगर उनके फिल्मों में भोजपुरी माटी में पली-बढ़ी अभिनेत्री भी हो तो बात सोने पे सुहागा वाली होगी, नही तो बात वही ढ़ाक के तीन पात वाली होगी। भोजपुरी की एक अपनी अलग संस्कार, सभ्यता, रहन-सहन, नृत्य-संगीत, वेश-भुषा होती है और फिल्मों से इंसाफ वही कर सकता है जो वहा पला-बढ़ा है, जिसका उदाहरण दिनेश लाल यादव, खेसारी लाल यादव, पवन सिंह, मनोज तिवारी, रवि किशन है तो फिर अभिनेत्रियों के मामले में इंडस्ट्री क्यूं बेइमान हो जाता है। अगर फिल्मों के साथ इंसाफ करनी है तो क्षेत्रीय अभिनेत्रियों को आगे लाना ही होगा। सुजीत कुमार पुरी और अभय सिन्हा के सहायक रह चुके निर्देशक अजय यादव की फिल्म “फूल और कांटे” में पायल पांडे के नृत्य का लाजबाव नजारा तो देखने को मिलेगा ही ….साथ ही उनकी अभिनय शैली को देखने के बाद ऐसा नहीं लगेगा कि ये उनकी पहली फिल्म है।
पायल ऐसा मानती है कि आने वाला वक्त उनका है। उनका कहना है कि अपने अभिनय के विभिन्न पहलुओं से दर्शकों को मनोरंजन करती रहेगी। उनका खांटी भोजपुरिया नृत्य उन्हें आज की अभिनेत्रियों से कहती है। अभिनय के दरम्यान उनका आत्मविश्वास का लेवल देखते ही बनता है। रोज ही फिल्मों के नये ऑफर में से कुछ चुनिन्दा फिल्में ही करना चाहती है जिसमें उनका दमदार लाजबाव हो और जिसका निर्देशक टैलेंटेड हो, जिनका अपना एक विजन हो। वे उन्हीं फिल्मों को प्राथमिकता देना चाहती है जिस फिल्म की पूरी टीम भोजपुरिया हो।