Tag: भोजपुरी ग़ज़ल
डॉ॰ ब्रज भूषण मिश्र जी के लिखल भोजपुरी गज़ल संग्रह अचके...
हमार अबहीं तक कवनो स्वतंत्र काव्य-संग्रह ना आइल रहल ह। सन १६८२ में दू-रंग नाम से श्री विपिन बिहारी चौधरी जी संगे संयुक्त काव्य-संकलन...
भोजपुरी ग़ज़ल: जमाना के आंधी
भोजपुरी के श्लाकापुरुष पाण्डेय कपिल जी के एगो ग़ज़ल 1977 ई में आईल रहे -
जमाना के आंधी केतना प्रासंगिक बा रउरो देखीं ----
जेने देखि...
भगवती प्रसाद द्धिवेदी जी के एगो भोजपुरी ग़ज़ल
हिय में उठत जुआर, प्यार के ग़ज़ल कहीं
मउसम बा बटमार, प्यार के ग़ज़ल कहीं
पियत दूध बछरू के जब गैया चाटे
तिरपित होत निहार, प्यार के...
हम रोज निहारीला रहिया
हम रोज निहारीला रहिया हम रोज बहारीला अँगना,
जब-जब भी बयरिया सँसरेले अचके में खनखि जाला कँगना।
तस्वीर बना के हृदया में दुनिया से छिपा रखले...
केतना कदम के डार हम रहनी अगोर के
केतना कदम के डार हम रहनी अगोर के
तबहूँ तोहार बाँसुरी बाजल न भोर के
कब तक घिरल अन्हार में कलपत रही करेज
कब तक सनेह के...