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कोरोना संक्रमण से बचाव ही उपाय | तारकेश्वर राय
परनाम ! स्वागत बा राउर जोगीरा डॉट कॉम प, आज रउवा के सामने बा तारकेश्वर राय जी के लिखल आलेख कोरोना संक्रमण से...
तारकेश्वर राय जी के लिखल तू कलाकार बिघना, हमहू कलाकार
कलाकारी से हमरा नियर इंसान तू गढ़ल |
इंसान के गढ़ गढ़ तू सृष्टि में आगे बढ़ल ||
बिघना के इ कलाकारी देखी |
नर मादा के...
नेताजी क होली
रंगवा बदले में माहिर रउवा |
रंगदारी में तू बड़ा गहिर हउवा ||
देसवा के लुटे में लागल बानी |
बुड़ा के वादा आली नईया, भागल बानी...
दहेज प लिखल तारकेश्वर राय जी के दू गो कविता
दहेज
बाप देखीं बेटा के, बोली लगवले बा |
देवे वाला ख़ुशी से, गर्दन झुकवले बा ||
मोल भाव होता, देखीं सपना के ||
शान से बेचता, केहू...
तारकेश्वर राय जी के लिखल भोजपुरी कविता फगुवा ह फगुवा
पुरनकी पतईया, फेड़वा गिरावे |
जइसे गिरहथ, कवनो खेतवा निरावे ||
नईकी पतइया बदे, जगहा बनावे |
जायेके बा एक दिन, इहे समझावे ||
चईती फसलिया बा, गदराइल...
तारकेश्वर राय जी के लिखल तीन गो भोजपुरी कविता
भोजपुरी कविता फैसन के हावा
बहल बा अइसन, एगो पछिमा हावा |
फार के कपड़ा, पहिरल जाता नावा ||
कपड़ा पहिरल जाला, तन ढ़ाके के |
पहिरल जाता...