Tag: जयशंकर प्रसाद द्विवेदी
जयशंकर प्रसाद द्विवेदी जी के लिखल भोजपुरी गीत कवन नजीर देहलु...
हहरे मोरे हियरा के पीर
करेजवा चीर देहलु गोरिया ।
काँपे लागल सभके जमीर
कवन नजीर देहलु गोरिया ।
गउवाँ के घरवा न लगे मनसायन
ढ़ोल मजीरा भूलल, भूलल...
जयशंकर प्रसाद द्विवेदी जी के लिखल भोजपुरी गीत देवता
नाहीं उठेला जिनिगिया के भार देवता ।
जोरिहा हमसे पिरितिया के तार देवता ॥
नइहर छूटल, छूटल सासु के दुवारिया
कतहूँ न इंजोर लउके सगरों अन्हरिया
बाझल जिनगी...
अब कइसे बबुआ नमाज पढ़े जइहें
अइसन भइल चीर-फार
मिटी गइल आर - पार
अब कइसे बबुआ नमाज पढ़े जइहें ||
टभकेले रोज रोज मन के दरदिया
बाबा के नावें से लागे सरदिया
सपनों में...
पतोह का निबाही
का ए बूढा
काहें चिचियात बाडू
हाली काहे ना
ओरात बाडू
तोहार सेवा कईल
पहाड़ भईल
कवनो काम काज करहीं के नइखे
भर दिन नाट फार के गोहरावा
केहू ना सुनी /तोहर...
छनही तोला, छनही माशा
कइसन कइसन चलल तमाशा
छनही तोला, छनही माशा ||
अगराइल लीहले उ तिरंगा
दिल करिया बारे मन न चंगा...