Tag: कामेश्वर भारती
गरीबी
बाबु के लागल
बुखार मितवा।
मिले ना दवाई
उधार मितवा।
काढ़ा बनाइले
बाबु के पिआइले।
होखे ना तनिको
सुधार मितवा।
डाक्टर सरकारी
चलावे आपन क्लिनिक
लेके पगार मितवा।
बाबु...
धरम
आगे खाई पिछे खाई
संकट में बा जियरा मितवा।
संकट में बा जियरा मितवा।
साधु संत चोर हो गइले,
धरम भइले बहिरा मितवा।
संकट में बा जियरा मितवा।
योगि जोगि...