Tag: अमरेन्द्र जी
अमरेन्द्र जी के लिखल व्यंग ए दरसन तोर दरसन दुर्लभ
परनाम ! राउर स्वागत बा जोगीरा डॉट कॉम प, आई पढ़ल जाव अमरेन्द्र जी के लिखल एगो व्यंग ए दरसन तोर दरसन दुर्लभ ,...
अमरेन्द्र जी के लिखल एगो व्यंग कम्पूटर आ पलिवार
परनाम ! रउवा सब के जोगीरा डॉट कॉम प स्वागत बा, आई पढ़ल जाव अमरेन्द्र जी के लिखल एगो व्यंग कम्पूटर आ पलिवार ,...
अमरेन्द्र जी के लिखल एगो व्यंग विज्ञान, आधुनिकता आ साहित्य
आई पढ़ल जाव अमरेन्द्र जी के लिखल एगो व्यंग विज्ञान, आधुनिकता आ साहित्य , पढ़ीं आ आपन राय बताइ कि रउवा इ भोजपुरी व्यंग...
अमरेन्द्र जी के लिखल एगो हास्य व्यंग इयाद के बरिआत
आई पढ़ल जाव अमरेन्द्र जी के लिखल एगो हास्य व्यंग इयाद के बरिआत , पढ़ीं आ आपन राय बताइ कि रउवा इ भोजपुरी व्यंग्य...
अमरेन्द्र जी के लिखल घसगढ़ी के पढ़ाई | एगो हास व्यंग
हम का हईं।
अभी हमरे खुद पाता नइखे।
तबो हम अपना के बिदवान से उपर ना,त नीचहूं ना बुझीं। इसकुल चलाइना, ठठ्ठे बात नइखे,बुझनी।
हमरा खुदसर के...
गोधन : एगो लोक परब
गोधन आने कि गउ माता के काया से जनमल संतति आ संपति। आजु भले हमनी के गाँव-नगर में रहत बानी जा, बाकी मानुख सभ्यता...