Tag: मिर्जा खोंच
बाराती
जे तरे बिना जर्दा के पान कौनो मानी नइखे राखत ओही तरे बिना बराती के शादी के कौनो मतलब ना हऽ। जइसे सारी जिनगी...
उधार खाइले
खूब ले के ढे़कार खाइले।
ढ़ेर जगे हम उधार खाइले।।
एगो मरदाना तू हे नइ खऽ जी।
हमहूँ बेलना से मार खाइले।।
हम जे खानी ऊ घूस ना...
घट गइल बा
हमार बैंक बैलेंस घट गइल बा।
कनेकसन सब जगह से कट गइल बा।।
ई इसकूटर, फिरीज, रंगीन टी.वी।
बड़ा सस्ता में लइका पट गइल बा।।
बनी अब एकता...
कौनो गारन्टी बा का
केकरा से नैना लड़ी, कौनो गारन्टी बा का।
केतना ऊपर से पड़ी, कौनो गारन्टी बा का।।
ई हऽ सम्मेलन कवि के, दउड़ के मत जा उहाँ।
चाए...
बियाह मत करि हऽ
आपन जिनगी तबाह मत करि हऽ।
प्यार करि हऽ बियाह मत करि हऽ।।
आदमी से तू नेता बन जई बऽ।
राजनीति के चाह मत करि हऽ।।
ऊ कमाएले...