Tag: माया शर्मा जी
माया शर्मा जी के लिखल भोजपुरी बाल-कहानी गौरइया
परनाम ! स्वागत बा राउर जोगीरा डॉट कॉम प, रउवा सब के सोझा बा माया शर्मा जी के लिखल भोजपुरी बाल-कहानी गौरइया, पढ़ीं...
बढई-बढई खूँटा चीर खुँटवा में दालि बा, का खाईं का पीं,...
नानी दुवारे तरई बिछावत नेहा के बोलवली-"नेहा! मुन्हार होता ,आव$ दुवारे,तरई बिछवले बानी,बइठ$ तउलक रसोई बनेला।"नेहा घरमें से अउते कहली-त नानी कथ्था कहबू नँ?"नानी...
माया शर्मा जी के लिखल बिसरल भोजपुरी कथ्था
"नानी का करताड़ू, हम खेलि के आ गइनी। आव न$ ...बिछाव तरइया बइठल जाव"-नेहा नानी के बोलावत कहली। नानी तरई लियाके बिछा दिहली,तउलक ऐगो...
माया शर्मा जी के लिखल एगो कजरी
बदरा घीरि -घीरि आवेला अँगनवाँ।
मचावे सोर पवनवाँना।।
टुकुर-टुकुर धरती निहारे बदरिया ,
सूखल अँचरवा पसारे एहि कदरिया।
कि जइसे एक बूँद खातिर तड़पे,
तड़पे जल बिन मछरिया ना।।1।।
सूखले...