Tag: धनंजय तिवारी
धनंजय तिवारी जी के लिखल तिरिया चरितर
"तिरिया चरित्रम्,पुरुषस्य भाग्यम्,दैवो न जानसि"
पंडिताई एगो विशिष्ट ज्ञान ह या ना पर इ एगो मनोविज्ञान जरूर ह, इ सोच पंडित भोला नाथ हमेशा मानेले।...
धनंजय तिवारी जी के लिखल दुसरकी शादी
ऑटो से उतरते अमित के दीदी के फोन आ गईल. दीदी के फेरु उहे रट, कि दुसर शादी क ल. रिश्ता निमन आईल बा....
धनंजय तिवारी जी के लिखल भोजपुरी कहानी ट्रैन
ठीक रात के नौ बजत रहे जब रजत स्टेशन पहुँचले। उनका जवन ट्रैन पकडे रहे उ सामन्यतः समय से ही आवे। माइक पर ट्रैन...
परदेसिया
परदेसिया
“ट्रेन के का पोजीशन बा” बलराम व्यग्रता से पूछले.
“बाबूजी ट्रेन त एक घंटा लेट बिया.” बलराम के बेटा रमेश जबाब देहले.
“एहिजा एक घंटा लेट...