गरीबी

0
भोजपुरी के बढ़िया वीडियो देखे खातिर आ हमनी के चैनल सब्सक्राइब करे खातिर क्लिक करीं।

कामेश्वर भारती
कामेश्वर भारती

बाबु के लागल
बुखार मितवा।
मिले ना दवाई
उधार मितवा।
काढ़ा बनाइले
बाबु के पिआइले।
होखे ना तनिको
सुधार मितवा।
डाक्टर सरकारी
चलावे आपन क्लिनिक
लेके पगार मितवा।
बाबु के लागल
बुखार मितवा।
बिनु दवाई मर
जाले बाबु,
लिखल ईहे
लिलार मितवा।
गँउवा गिरावँ
के ईहे कहानी,
आजो “पथिक,
बा झोपरी
अन्हार मितवा।
बाबु के लागल
बुखार मितवा।

पिछला लेखधरम
अगिला लेखमलिकाईन आईल बाड़ी
Jogira
टीम जोगीरा आपन भोजपुरी पाठक सब के ई वेबसाइट उपहार स्वरुप भेंट कर रहल बा। हमनी के इ कोशिश बा कि आपन पाठक सब के ढेर से ढेर भोजपुरी में सामग्री उपलब्ध करावल जाव। जोगीरा डॉट कॉम भोजपुरी के ऑनलाइन सबसे मजबूत टेहा में से एगो टेहा बा, एह पऽ भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के टटका ख़बर, भोजपुरी कथा कहानी, भोजपुरी किताब, भोजपुरी साहित्य आ भोजपुरी से जुड़ल समग्री उपलब्ध बा।

आपन राय जरूर दीं