माई तोर चूनर लहराइलऽ
ओ झीना झीना उड़ल अबीर गुलाल
माई तोर चूनर लहराइलऽ
रंग तहरा रीत केऽ, रंग तहरा प्रीत केऽ,
रंग तहरा जीत केऽ ले आइलऽ...
मर के भी भोजपुरी माई हम चुकाई तहार इ एहसान
माटी के क़र्ज़ बा हम मर के भी चुकायेब
तोरा के माटी क देब चाहे हमही माटी हो जायेब
कहत बानी उ हम करके...
आजुओ सावन कजराइल
आजुओ सावन कजराइल,
कदमवाँ फुलाइल हो रामा...श्याम नाहीं आइल
श्याम नाहीं गोकुल आइल हो रामा...श्याम नाहीं...
आजुओ चनरमा वृंदावन आवे
पंचम तान कोइलिया सुनावे
मथुरा मुरलिया पराइल हो रामा...श्याम...
किरिनियाँ कले-कले कहाँ चलि जाले?
सारी सोनहुली सबेर झमका के,
सँवकेरे रूप के अँजोर छिटिका के,
जाये का बेर ढेर का अगुताले-
किरिनियाँ कले-कले कहाँ चलि जाले?
चलत-चलत बीच रहिया में हारल,
दुपहरिया तेज...
देस हमार
पहिल जोति फूटे पूरुब से, भइल जगत उजियार
बजे भैरवी किरन बेनु पंछी के बजे सितार
माथ चढ़ावे किरन बेनु पंछी के बजे सितार
माथ चढ़ावे चरन...
नाव खुले माँझी रे
पंछी चहके डेरात, कुनमुनात र्छवरा बा,
फुलवा महके डेरात, गुनगुनात भँवरा बा,
कुलबुलात भोर लुका, कुहरा के पहरा बा,
कुहा खुल माँझी रे, नाव खुल होसियार,
धार, लहर,...
आदमी
आदमी के हाथ में जब नाथ बाटे
तब कवन चिंता प्रलय के साथ बाटे।
उठ रहल आवाज-’’अब त हाथ रोक
गोड़ में विज्ञान के अब कील ठोक
ना...
कुहुकि-कुहुकि कुहकावे कोइलिया
कुहुकि-कुहुकि कुहकावे कोइलिया,
कुहुकि-कुहुकि कुहुकावे।।
पतझड़ आइल, उजड़ल बगिया,
मधु ऋतु में टुसिआइल फुलुंगिया।
इन हरियर-हरियर पलइन में,
सुतल सनेहिया जगावे कोइलिया।। कुहुकि.....।।
खिसिकल मधु-ऋतु, उठल बजरिया,
चुवल कोंच, झर गइल...