परनाम ! रउवा लोग के स्वागत बा ! आज हमनी के भोजपुरी मुहावरा अउर कहावत के पांचवा भाग पढ़ेब जा आ सीखेब जा। भोजपुरी में बोल चाल के भासा में मुहाबरा आ कहावत के खूब बोलल जाला।
हमरा उमेद बा की रउवा सब अपना गावं-घरे में बूढ़ पुरनिया से मुहबरा जरूर सुनले होखेब, लेकिन अब भोजपुरी मुहावरा के उपयोग कम होखत जा ता।
जरुरी बा की भूलल, बिसरल आ बिलात भोजपुरी मुहावरा अउर कहावत के सहेजल जाव आ ओकरा के नवका पीढ़ी के साथ बाटल जाव।
जोगीरा डॉट कॉम के प्रयास बा की आपन भोजपुरी भाषा आगे बढ़े आ भोजपुरी के ऑनलाइन के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा लोगन तक पहुचावल जाव, एह कड़ी के आगे बढ़ावत जोगीरा लेके आइल बा भोजपुरी मुहावरा आ देहाती कहावत, जहा प रउवा भोजपुरी मुहावरा के बारे में पढ़ेब और ओकरा बारे में जानेब ओकर अर्थ के साथ।
भोजपुरी मुहावरा | Bhojpuri Idioms with meaning
- कान उँखाड़ल – गलत रास्ते से बचाना
- कान काट के काढ़ल – बंधुआ बनाना
- कान काटल – मात करना
- कान चबाइल – एक बात को बार बार बोलना, ज्यादा बोलना
- कान भरल – चुगली करना, शिकायत करना, किसी के विरुद्ध किसी के मन में कोई बात जमा या बैठा देना।
- कान फुकल – दीक्षा देना, गुरु मंत्र देना, सिखाना।
- कान खोल के सुनल – सावधान होकर सुनना
- कान छेदल – स्वाधीन बनना
- कान धइल – भूल स्वीकार करना
- कान में अंगुरी लगावल – ध्यान हटाना
- कान में तेल डाल के सुतल – बेफिक्र
- काना-फूसी – गुप्त वार्ता
- कानी बिलाई होखल – घास में छिपा साँप, ऊपर सीधा भीतर कपट
- कानोकान – बिल्कुल गोपनीय
- कान्ह देहल – सहयोग करना
- कान्ह लगावल – सहारा देना
- कान्हा भइंसा – मनबढ़ू
- काम चोखा भइल – कार्यसिद्धि
- काल आइल – मृत्यु का समीप होना
- काल निअराइल – मार खाने खाने वाला काम करना (तहार काल निअराइल बा)
- काशी के फिरता – चालबाज
भोजपुरी मुहावरा
पहिला भाग
दुसरका भाग
तिसरका भाग
चउथा भाग