दुकानदार – जब बात कई के खलिहा बतियाई के झारखंड कश्मीर महाराष्ट्र पंजाब आ कवनो देश राज्य जीतल जा सकेला त फेरु काम करे के का जरुरत बा ।
का जाने कवन पागल बउचट आ के भिखारी लेखा भुईया लोटियाये रहे वाला आदमी के मुर्ति छपरा के सिवान प लगा गईल ना त कवन भिखारी के भिखारी ,, चाह पिही जाड पडता हाड कंपा दिही । अपना सोच के रउवा सभ दिल्लिये ले राखी गांव जवार मे ओह के छिटला के काम नईखे । बबुआ जी नीमन चाह बा पिही , हाईजेनिक जोहब भिखारी के क्षेत्र मे शायद ना मिली , भिखारी के भाषा खांटी रहे ठेठ रहे , लोग कहेला कि भोजपुरी हाईजेनिक भाषा ना हs…
भिखारी के गोड उनुका जनम भईला के बादे से कटाता आ आजूओ लोग शवखे काटsता , रोज चुल्हा सुनगावत घरी आंखि आ मुह मे गईल धुंवा से रोवत खोखत हम भिखारी के मुर्ति के देखत रहेनी , सवाल ढेर बा उनुका से बाकि हम ना करेनी , बेचारा उ अकेले अपना टीम संगे का का करिहे …
( ई एगो सवाल हम भिखारी ठाकुर चौक प एगो चाह के दोकानि वाला से पुछले रहुवी , काल्हु यानि कि 22/12/14 तारीख के सबेरे के 6-7 बजे के बात ह , दुकानदार के जबाब हमरा के अउरी सवाल करे ना देहुवे , हम उनुकर बनावल दु गो चाह पी के उनुका के हाँथ जोडि के नमस्कार आ भिखारी ठाकुर के प्रणाम कई के पटना निकल गँउवी .. असल मे सवाल बहुत बा आ हम भागत बानी , हमरा लगे जबाब नईखे)
प्रियंका दुबे के आर्टिकल पढे खाति नितीन भाई आ संतोष भाई मजबुर कईले बाडे उहे पढे के बा अगिला तीन चार दिन ले , बिहार के #बैडलैंड कहे के पाछे प्रियंका दुबे के का प्रायोजन बा का बिहार मे अराजकता के स्थिति बा ? का प्रियंका जी अभी ले जवन आपन रिपोर्ट देले बाडे ओह से हमनी के परिचय बा ? शुरुवाती आधार प हम कही त प्रियंका जी अभी ले भारत के ओह ओह मुद्दन प आपन रिपोर्टिंग कईले बाडी जवना मुद्दन के पुरुष पत्रकार लो छुवे से भागेला । त काफी डेयरिंग , सेंसटिव पत्रकारिता बा प्रियंका जी के , विस्तार से शुक शनिचर ले एहू प लिखाई … पी के के प्रोग्राम बा बाकि 15 साल के नीचे के एलाउ नईखे त देखी काअ होला ।
नबीन कुमार ‘भोजपुरिया’ के फेसबुक पेज से