ज़रूरत से ज्यादे चालाकी देखावे वाला पर व्य्ग्य बाटे। भोजपुरी प्रदेश में अकिला बुद्धिमती आ बुआ बाप के बहिन के कहल जाला।
एह कहावत के पीछे एगो कहानी बा –
कवनो गॉव में एगो अकिला बुआ रहत रहली । कवनो समस्या अइला पर ओकरा समाधान खातिर गॉव के लोग दउर के उनका लगे जाव। एक बेर के बात ह की कवनो लाइकी के बियाह के मोका पर ओकर ससुरार वाला ओकरा खातिर एक जोड़ी चप्प्ल ले आइलेसन। गाँवो के लोग चप्प्ल देखले रहे ना ओकर इस्तेमल जानत रहे। आइसन संकट के घारी में अकिला बुआ के खोज भइल। अकिला बुआ चट से समाधान ढूंढ लिहली । एकहगो चप्प्ल कनिया के एकहगो कान मे सटा के रसरी से बान्ह दिआइल । ओह दिन से बुआ के अक़ील के सिक्का गाँवो वालन पर जाम गइल|